Dus Mahavidya: दस महाविद्या हिंदू धर्म में देवी दुर्गा के दस शक्तिशाली रूप हैं। दस महाविद्या की देवियां ब्रह्मांड की विभिन्न शक्तियों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
Dus Mahavidya: दस महाविद्या की देवियां शक्ति का दिव्य स्वरूप हैं। दस महाविद्या की देवियां तांत्रिक और साधनाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।
Dus Mahavidya: दस महाविद्या:
Dus Mahavidya: कलिका: काल कालिन रूप, श्मशान काली, मातृ काली और महाकाली जैसे विभिन्न रूपों में पूजित।
Dus Mahavidya: तारा: करुणा और क्रोध का मिश्रण, बुद्ध धर्म में भी पूजित।
Dus Mahavidya: षोडशी/त्रिपुर सुंदरी: काम और सौंदर्य की देवी, षोडस कलाओं की अधिष्ठात्री।
Dus Mahavidya: भुवनेश्वरी: ब्रह्मांड की शक्ति, सभी लोकों की अधिष्ठात्री।
Dus Mahavidya: भैरवी: शक्ति और विनाश की देवी, तांत्रिक साधनाओं में प्रमुख।
Dus Mahavidya: छिन्नमस्ता: परिवर्तन की देवी।
Dus Mahavidya: धूमावती: तांत्रिक साधनाओं में विशेष महत्व।
Dus Mahavidya: बगलामुखी: वाणी और विजय की देवी, शत्रुओं का नाश करने वाली।
Dus Mahavidya: मातंगी: धन और वैभव की देवी, भौतिक सुखों की दाता।
Dus Mahavidya: कमला: लक्ष्मी का रूप, धन और समृद्धि की देवी।
Dus Mahavidya: दस महाविद्यायों का महत्व:
Dus Mahavidya: शक्ति का प्रतीक: दस महाविद्या की देवियां शक्ति के विभिन्न रूपों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
Dus Mahavidya: तांत्रिक साधना: दस महाविद्या की देवियों का तांत्रिक साधनाओं में इनकी पूजा का विशेष रूप से की जाती है।
Dus Mahavidya: सिद्धियों का मार्ग: दस महाविद्या की देवियों की उपासना से विभिन्न सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
Dus Mahavidya: ब्रह्मांडीय शक्तियां: दस महाविद्या की ये देवियां ब्रह्मांड की विभिन्न शक्तियों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
Dus Mahavidya: दस महाविद्याओं की विशेषताएं:
Dus Mahavidya: शक्तिशाली रूप: दस महाविद्या की देवियों का रूप शक्तिशाली होता हैं।
Dus Mahavidya: विभिन्न रंग और आभूषण: दस महाविद्या की प्रत्येक देवी का अपना विशिष्ट रंग और आभूषण होता है।
Dus Mahavidya: विभिन्न वाहन: दस महाविद्या की प्रत्येक देवी का अपना विशिष्ट वाहन होता है।
Dus Mahavidya: दस महाविद्यायों की साधना अत्यंत गहन और जटिल होती है।
Dus Mahavidya: धार्मिक ग्रंथ: पुराणों और अन्य धार्मिक ग्रंथों में भी दस महाविद्यायों का उल्लेख मिलता है।
Dus Mahavidya: शक्ति पीठ: दस महाविद्यायों से जुड़े कई शक्ति पीठ हैं।
Dus Mahavidya: तांत्रिक साहित्य: विभिन्न तांत्रिक ग्रंथों में भी दस महाविद्यायों का विस्तृत वर्णन मिलता है।