Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर साल शरद ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन भगवान चंद्रमा बहुत ही चमकदार और सुंदर दिखाई देते है। शरद पूर्णिमा इस दिन कई धार्मिक मान्यताएं और रीति-रिवाज जुड़े हुए हैं।

Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा: एक खूबसूरत और पवित्र त्योहार हैं।

Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा का महत्व

Sharad Purnima: माता लक्ष्मी का आगमन: इस दिन माना जाता है कि माता लक्ष्मी धरती पर आती हैं और अपने भक्तों पर धन और समृद्धि की वर्षा करती हैं।

Sharad Purnima: श्रीकृष्ण की महारास लीला: भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन गोपियों के साथ महारास लीला रचाई थी।

Sharad Purnima: भगवान चंद्रमा का आशीर्वाद: भगवान चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। इस दिन भगवान चंद्रमा के प्रकाश में बैठकर ध्यान करने से मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

Sharad Purnima: खीर का महत्व: शरद पूर्णिमा पर भगवान चंद्रमा की रोशनी में खीर रखने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन भगवान चंद्रमा की किरणें खीर में अमृत की बूंदें मिला देती हैं।

Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा के दिन:
पूजा: इस दिन लोग देवी लक्ष्मी और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते हैं।
व्रत: कई लोग इस दिन व्रत रखते हैं।

खीर बनाना: इस दिन खीर बनाकर चंद्रमा भगवान की रोशनी में रखी जाती है।
मंदिरों में जाकर पूजा: लोग मंदिरों में जाकर पूजा करते हैं और आरती करते हैं।

Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा से जुड़ी कुछ रोचक बातें
शरद पूर्णिमा को कुश्ती का त्योहार भी कहा जाता है।

इस दिन भगवान चंद्रमा सबसे नजदीक होते है।
इस दिन भगवान चंद्रमा की रोशनी में सोने से सेहत अच्छी रहती है।

Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा एक ऐसा त्योहार है जो हमें प्रकृति के साथ जुड़ने और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करने का मौका देता है। इस दिन हम सभी को एक साथ आकर खुशियां मनानी चाहिए।

धन्यवाद! जय श्री राधाकृष्ण, जय श्री लक्ष्मीनारायण।

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