Shiv Puran: शिव पुराण से जुड़ी बड़ी बातें:

Shiv Puran: शिव पुराण का परिचय:

Shiv Puran: शिव पुराण 18 महापुराणों में से एक है। शिव पुराण भगवान शिव को समर्पित है। शिव पुराण में भगवान शिव की महिमा, कथाएं, और उपासना के तरीकों का वर्णन है। शिव पुराण को 7वीं से 12वीं शताब्दी के बीच लिखा गया था।

Shiv Puran: शिव पुराण की विशेषताएं:

Shiv Puran: शिव पुराण 12 ज्योर्तिलिंगों, 64 शक्तिपीठों, और 27 नक्षत्रों का वर्णन करता है।
Shiv Puran: शिव पुराण में भगवान शिव के विभिन्न अवतारों का भी वर्णन है, जैसे कि विष्णु, नंदी, गणेश, और कार्तिकेय।

Shiv Puran: शिव पुराण में भगवान शिव की विभिन्न कथाएं हैं, जैसे कि सती का त्याग, समुद्र मंथन, और त्रिपुरासुर वध।
Shiv Puran: शिव पुराण में भगवान शिव की उपासना के विभिन्न तरीकों का भी वर्णन है, जैसे कि मंत्र, यंत्र, और तंत्र।

Shiv Puran: शिव पुराण हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है। शिव पुराण भगवान शिव के बारे में एक महत्वपूर्ण स्त्रोत्र है। शिव पुराण का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

Shiv Puran: शिव पुराण से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें:

Shiv Puran: शिव पुराण को महर्षि वेदव्यास द्वारा लिखा गया था।
Shiv Puran: शिव पुराण में 12000 श्लोक हैं।

Shiv Puran: शिव पुराण को 7 खंडों में विभाजित किया गया है।
Shiv Puran: शिव पुराण का पाठ महाशिवरात्रि, सोमवार, और प्रदोष काल में विशेष रूप से किया जाता है।

Shiv Puran: शिव पुराण से जुड़ी रोचक तथ्य:

Shiv Puran: शिव पुराण में भगवान शिव को ब्रह्मांड का आदि और अंत बताया गया है।
Shiv Puran: शिव पुराण भगवान शिव को योग के देवता के रूप में भी वर्णित किया गया है।
Shiv Puran: शिव पुराण में भगवान शिव को नटराज के रूप में भी वर्णित किया गया है।

Shiv Puran: शिव पुराण निष्कर्ष:

Shiv Puran: शिव पुराण भगवान शिव के बारे में जानकारी का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत्र है। शिव पुराण हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है। शिव पुराण का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *