Vighanaraja Sankashti Chaturthi: हिंदू पंचांग के मुताबिक हर वर्ष आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन विधि -विधान से बप्पा की पूजा की जाती हैं।
साथ ही भगवान गणेश के निमित व्रत रखा जाता हैं। संकष्टी चतुर्थी का व्रत सच्चे मन से करने से पुण्य प्रताप से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सुख समृद्धि में वृद्धि होती हैं।
धर्मिक शास्त्रों के मुताबिक संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा के नामों का जप करने से जीवन में व्यापत सभी संकट दूर हो जाते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की उपासना करने से जीवन में आए तमाम दुख दूर होती हैं और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती हैं।
संकष्टी चतुर्थी के दौरान अगर जातक भगवान गणेश के 108 नाम का जाप करें तो जीवन में सभी प्रकार की परेशानियां दूर होंगे।
बता दें विघ्नहर्ता मंगल कर्ता गणपति बप्पा के कई नाम हैं। संकष्टी चतुर्थी के दौरान गणपति बप्पा के 108 नाम की उपासना करते हैं तो जीवन में आई तमाम परेशानियां दूर होती हैं।
गणपति बप्पा के 108 नामों का मंत्र जाप:
ॐ गणेश्वराय नमः , ॐ गणाध्यक्षाय नमः , ॐ गणाराध्याय नमः , ॐ गणप्रियाय नमः , ॐ गणनाथाय नमः , ॐ गणस्वामिने नमः , ॐ गणेशाय नमः , ॐ गणनायकाय नमः , ॐ गणमुर्तेये नमः , ॐ गणपतये नमः , ॐ गणत्रात्रे नमः , ॐ गणंजयाय नमः , ॐ गणपाय नमः , ॐ गणक्रीडाय नमः , ॐ गणदेवाय नमः , ॐ गणाधिपाय नमः , ॐ गणज्येष्ठाय नमः , ॐ गणश्रेष्ठाय नमः , ॐ गणप्रेष्ठाय नमः , ॐ गणाधिराजाय नमः , ॐ गणराजे नमः , ॐ गणगोप्त्रे नमः , ॐ गणाङ्गाय नमः , ॐ गणदैवताय नमः , ॐ गणबंधवे नमः , ॐ गणसुहढ़े नमः , ॐ गणाधीशाय नमः , ॐ गणप्रदाय नमः , ॐ गणप्रियसखाय नमः , ॐ गणप्रियसुहदे नमः , ॐ गणप्रियरतोनित्याय नमः , ॐ गणप्रीतिविवर्धनाय नमः , ॐ गणमण्डलमध्यस्थाय नमः , ॐ गणकेलिपरायणाय नमः , ॐ गणाग्रण्ये नमः , ॐ गणेशाय नमः , ॐ गणगीताय नमः , ॐ गणोच्छयाय नमः , ॐ गण्याय नमः , ॐ गनहिताय नमः , ॐ गर्जद्गणसेनाय नमः , ॐ गणोघताय नमः , ॐ गणप्रीतिप्रमतनाय नमः ,ॐ गणप्रीत्यपहारकाय नमः ,ॐ गणनार्हाय नमः ,ॐ गणप्रौढाय नमः ,ॐ गणभर्त्रे नमः ,ॐ गणप्रभवे नमः ,ॐ गणसेनाय नमः ,ॐ गणचराय नमः ,ॐ गणप्राज्ञाय नमः ,ॐ गणैकराजे नमः,ॐ गणाग्र्याय नमः ,ॐ गण्यनाम्ने नमः ,ॐ गणपालनतत्पराय नमः ,ॐ गणजिते नमः ,ॐ गणगर्भस्थाय नमः ,ॐ गणप्रवणमानसाय नमः ,ॐ गणगर्वपरिहर्त्रे नमः ,ॐ गणाय नमः ,ॐ गणनमस्कृते नमः ,ॐ गणार्चितांघ्रियुगलाय नमः ,ॐ गणरक्षणकृते नमः ,ॐ गणध्याताय नमः ,ॐ गणगुरवे नमः ,ॐ गणप्रणयतत्पराय नमः ,ॐ गणागणपरित्रात्रे नमः ,ॐ गणादिहरणोदराय नमः ,ॐ गणसेतवे नमः ,ॐ गणनाथाय नमः ,ॐ गणकेतवे नमः ,ॐ गणाग्रगाय नमः ,ॐ गणहेतवे नमः ,ॐ गणग्राहिणे नमः ,ॐ गणानुग्रहकारकाय नमः ,ॐ गणागणानुग्रहभुवे नमः ,ॐ गणागणवरप्रदाय नमः,ॐ गणस्तुताय नमः ,ॐ गणप्राणाय नमः ,ॐ गणसर्वस्वदायकाय नमः ,ॐ गणवल्लभमूर्तये नमः ,ॐ गणभूतये नमः ,ॐ गणेष्ठदाय नमः ,ॐ गणसौख्यप्रदाय नमः ,ॐ गणदुःखप्रणाशनाय नमः ,ॐ गणप्रथितनाम्ने नमः ,ॐ गणाभीष्टकराय नमः ,ॐ गणमान्याय नमः ,ॐ गणख्याताअय नमः ,ॐ गणवीताय नमः ,ॐ गणोत्कटाय नमः ,ॐ गणपालाय नमः ,ॐ गणवराय नमः ,ॐ गणगौरवदाय नमः ,ॐ गणगर्जितसंतुष्टाय नमः ,ॐ गणस्वच्छंदगाय नमः ,ॐ गणराजाय नमः ,ॐ गणश्रीदाय नमः ,ॐ गणभीतिहराय नमः ,ॐ गणमूर्धाभिषिक्ताय नमः ,ॐ गणसैन्यपुरःसराय नमः ,ॐ गुणातीताय नमः ,ॐ गुणमयाय नमः ,ॐ गुणत्रयविभगकृते नमः ,ॐ गुणिने नमः ,ॐ गुणकृतिधराय नमः ,ॐ गुणशालिने नमः ,ॐ गुणप्रियाय नमः।
भगवान गणेश 108 नाम हैं, जिनका जाप करने से भक्तों को ज्ञान, बुद्धि, और सफलता प्राप्त होती हैं। यह उनके सभी बाधाओं को दूर करने और अपने जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता हैं।